शेयर बाजार में सबसे बड़ी गिरावट / सेंसेक्स अधिकतम 3165 अंक तक लुढ़का, फिर 2919 पॉइंट की गिरावट के साथ 32,778 पर बंद हुआ; निफ्टी भी 825 पॉइंट गिरकर

 



मुंबई/नई दिल्ली. कोरोनावायरस ने दुनियाभर के शेयर बाजारों को भी गिरफ्त में ले रखा है और इसका असर भारतीय बाजार पर भी दिख रहा है। गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स ने इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट देखी। यह 34472.5 पर खुला था। दोपहर 2 बजकर 40 मिनट पर यह अधिकतम 3165 पॉइंट लुढ़कर 32531.74 पर जा चुका था। क्लोजिंग के वक्त यह थोड़ा संभला। फिर भी 2919.26 अंक की गिरावट के साथ 32,778.14 पर बंद हुआ। इससे पहले सेंसेक्स में पिछली बड़ी गिरावट इसी महीने की 9 मार्च को आई थी, जब यह 2467 पॉइंट गिर गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी का भी गुरुवार को कुछ ऐसा ही हाल रहा। यह भी दोपहर 2 बजकर 40 मिनट पर लुढ़ककर 9,508.00 पर जा चुका था। क्लोजिंग के वक्त यह 825. 30 पाॅइंट की गिरावट के साथ 9633.10 पर बंद हुआ। 


बाजार गिरने के 3 बड़ी वजह



  • अमेरिकी बाजार: कोरोनावायरस के चलते ट्रम्प ने 26 यूरोपीय देशों से यात्रा पर प्रतिबंध लगाया। इसके चलते एक दिन में डाउ जोंस रिकॉर्ड 1464 अंक तक गिर गया

  • कोरोना वायरस: कोरोनावायरस से चीन के अलावा के अलावा दुनिया के 110 से ज्यादा देशों में फैल गया है। डब्ल्यूएचओ ने इसे महामारी घोषित कर दिया है।

  • तेल संकट: सऊदी अरब और यूएई ने कहा- 10 लाख बैरल प्रतिदिन तेल उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया है, इससे तेल के दाम गिर गए हैं। सोमवार को भी क्रूड में 30 फीसदी 


1,106 कंपनियों के शेयर एक साल के निचले स्तर पर


सेंसेक्स में 2186 कंपनियाें के शेयरों में गिरावट और 175 कंपनियों के शेयरों में बढ़त देखी गई। 1,106 कंपनियों के शेयर एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गए। 500 कंपनियों के शेयरों में लोअर सर्किट लगा। इससे पहले सुबह 11 बजे सेंसेक्स 2600 अंकों तक नीचे गिर गया था।अभी सेंसेक्स 33,202.85 अंकों पर कारोबार कर रहा है। 2600 अंकों की गिरावट इंट्राडे कारोबार में सेंसेक्स की अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। सोमवार को सेंसेक्स इंट्राडे कारोबार में 2467 अंक नीचे गिरा था। निफ्टी भी 701.90 अंक नीचे गिरकर 9746 अंकों पर पहुंच गया। यह निफ्टी का 31 महीनों की सबसे निचला स्तर है। बीएसई पर वोडाफोन आइडिया के शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है तो स्पाइस जेट, ग्लेनमार्क के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है। बीएसई पर ट्रेड होने वाले 2,087 कंपनियों के शेयरों में से 1873 कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है।


रिलायंस, टीसीएस और एचडीएफसी बैंक के शेयर एक साल के निचले स्तर पर
बाजार में आई भारी गिरावट के कारण एनएसई में 783 कंपनियों के शेयर एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। एक साल के निचले स्तर पर जाने वाली कंपनियों में रिलायंस, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, बजाज ऑटो, एचपीसीएल, आईटीसी, एलएंडटी और स्पाइसजेट का नाम शामिल है। गेल, हीरो मोटरकॉर्प, एसीसी, बीईएमएल, जिलेट और ग्लेनमार्क फार्मा का भी नाम इस सूची में है। 


सेंसेक्स में कोरोना के कहर से बाजार का हाल



  • बाजार के तेजी से नीचे आने से निवेशकों के शेयरों की वैल्यू करीब 8 लाख करोड़ कम हुई

  • सेंसेक्स का मार्केट कैप 128 लाख करोड़ पहुंचा, बुधवार को यह 137 लाख करोड़ रुपए था

  • स्टॉक एक्सचेंज आंकड़ों के अनुसार विदेशी निवेशकों ने 3,515.38 करोड़ रुपए के शेयरो बेंचे

  • बाजार में 2,087 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हो रहा। 1873 कंपनियों के शेयरों में गिरावट

  • 150 कंपनियों के शेयरों में बढ़त, 8 कंपनियों के शेयर 52 सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंचे

  • गुरुवार के कारोबार में 33 कंपनियों के शेयरों में अपी सर्किट लगा तो 329 कंपनियों के शेयरों में लोअर सर्किट


सुबह के कारोबार में बाजार का हाल


कोरोनावायरस और अमेरिका के साथ दुनियाभर के शेयरों में गिरावट का असर भारतीय बाजार पर भी देखने को मिला। गुरुवार को बीएसई का शेयर सूचकांक सेंसेक्स 1821.27 अंकों की गिरावट के साथ खुला। सेंसेक्स 34,003.58 अंकों पर पहुंच गया। इसी तरह निफ्टी 470 अंकों की गिरावट के साथ 9,990.95 अंकों पर पहुंच गया। अमेरिकी सूचकांक डाउ जोंस में एक बार फिर रिकॉर्ड 1464 अंक की गिरावट देखने को मिली तो नैस्डेक, एफटीएसई, कोस्पी, निक्केई समेत सभी प्रमुख सूचकांक भी नीचे आए। 9 मार्च को सेंसेक्स में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई थी। इस दिन शेयर सूचकांक 1941 अंक लुढ़का था।


निफ्टी के टॉप लूजर





























शेयरगिरावट
यस बैंक17.71%
टाटा मोटर्स11.17%
ओएनजीसी9.27%
वेदांता8.70%
अदाणी पोर्ट्स8.18%


13 दिन पहले डाउ जोंस 1190 अंक गिरा था
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यूके को छोड़कर बाकी यूरोपीय देशों की यात्रा पर बैन लगा दिया है। यह प्रतिबंध शुक्रवार की रात से शुरू होकर अगले 30 दिनों तक जारी रहेगा। इस घोषणा के बाद डाउ जोंस ने एक बार फिर गिरने का इतिहास रच दिया। डाउ जोंस में 1464 अंकों की गिरावट हुई। यह डाउ जाेंस के इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले 28 फरवरी को भी डाउ जोंस ने गिरने को रिकॉर्ड बनाया बनाया था। उस दिन यह 1190.95 अंक गिरा था। 



अमेरिका में कोरोनावायरस के 1200 मामले
अब तक दुनियाभर में 4300 लोगों की मौत हो चुकी है। एक लाख 19 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। अमेरिका में कोरोनावायरस के अब तक 12000 मामले सामने आ चुके हैं।